भावार्थ – हे हनुमान जी ! यदि कोई मन, कर्म और वाणीद्वारा आपका (सच्चे हृदय से) ध्यान करे तो निश्चय ही आप उसे सारे संकटों से छुटकारा दिला देते हैं। हनुमान चालीसा लिरिक्स जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥१॥ राम दूत अतुलित बल धामा । कृपा करहु गुरुदेव की नाईं https://andyy739aay6.ambien-blog.com/profile